Zen-Meditation : अगर टेंशन से छुटकारा चाहते हो तो आजमाइए ये ध्यान

कैसे करे Zen-Meditation उसके लाभ और प्रकार 

आज हम बात करेंगे ऐसे मेडिटेशन की जो आपके जीवन में सुख समाधान पा सकोगे जब आप ध्यान करते है तो दूसरी विधियाँ काम नहीं आती तब ज़ेन मेडिटेसन सादगीसे (ease )से हो जाती है । ज़ेन मेडिटेसन करते समय हम अपने master के संपर्क में रहना चाहिए और उनसे मार्ग दर्शन लेते रहना चाहिए। ऐसा करनेसे Wrong ध्यान करना या भटकने का सवाल ही नहीं होता ।(Zen-Meditation)

आज कल तो स्वतः पे वश में रखना बहुत कठिन हो गया है । इस तनाव से भरा वातावरण में लोग तुरंत अपना सुध बुध खो जाते हैं। या किसी न किसी नशे की लत की वजह से अपने विचारों पर नियंत्रण नहीं रख सकते हैं ।

जेन Meditation एक ऐसा साधन हैं की ,जिसके साधन से स्वयं को रिलेक्स फील कर सकते हैं । जी हां मेडिटेशन से हम बहुत कुछ कर सकते हैं जैसे सेल्फ कंट्रोल, positive energy ऐसे बहुत कुछ । तो अब हम जानेंगे की, जेन मेडिटेशन क्या है ?

 Zen-meditation : एक बौद्ध धर्म 

जेन ध्यान को jazen के नाम से भी जाना जाता हैं । ये एक चीनी बौद्ध धर्म ध्यान रियाज हैं । बौधिधर्म ने जेन धर्म की आरंभ की ।

Meditation Zen : अगर टेंशन से छुटकारा चाहते हो तो आजमाइए ये ध्यान

जेन ध्यान एक Technique सिंहासन हैं । Zen ध्यान के सबसे Important  कारकों में से एक हैं । यह चुलबुला मन पर भी कंट्रोल करता है । हमारे तन मन को प्रसन्नता का प्रतीति करता है ।

 

 

Zen-Meditation :-

कहते हैं अपने विचारो पर बदला करना मानव का आदत होती हैं लेकिन अपने चिन्तन पर काबू रखना मानव के लिये बहोत कठिन होता परंतु Zen meditation एक ऐसा ध्यान हैं जिसे आपको एकदम रिलैक्स की अनुभव होगी ।

आपका तन मन एक ऊर्जा का अनुभूति करेगा । असल में Zen meditation को भगवान बुद्ध से जोड़ कर अवलोकन किया जाता हैं ।

Zen मेडिटेशन का रचना तो बौद्ध धर्म ने किया था । बौद्ध धर्म के एक विशाल भारतीय बौद्ध भिक्षू योगी थें । इन्होंने 520/526 ई में चीन जाकर ध्यान का संप्रदाय Zen का रचना किया ।

ये साउथ इंडिया के कांचीपुरम के राजा सुगंध के 3 संतान थे। इन्होने अपनी चीन की जर्नी समुद्री मार्ग से की । भारत में बोधिधर्म इस परंपरा के 28 वे एवं आखिरी गुरु रहें । और यही से Zen मेडिटेशन की उद्गम मानी जाती हैं ।

ज़ेन का अर्थ –  ज़ेन अर्थ ध्यान से लिया जाता हैं यानी ध्यान । इसकी आरंभ महात्मा महाकश्यप ने की थी । इसका विकास China में लगभग 500 ईस्वी में हुआ ।

Zen-Meditation : क्या हैं ?

जेन ध्यान /जजेन के नाम से भी मशहुर हैं। यह एक चीनी बौद्ध धर्म ध्यान अभ्यास हैं। बौधिधर्म ने जेन की शुरुआत की।

जेन ध्यान एक तकनीक आसन हैं। Zen ध्यान के सबसे Important  कारकों में से एक हैं। यह अचेतन मन पर भी कंट्रोल करता है। हमारे तन मन को सन्तुष्टि का आभास करता है।

 

Zen-Meditation : कैसे करें –

सबसे पहले शांत वातावरण चाहिए क्योंकि जहां शोर होगा वहाँ ये आसन नहीं कर पाएंगे ।

1.  जेन मैडिटेशन का मुख्य उद्देश्य है की ध्यान को एकाग्र रखना और सही रखना।

2.  कोशिश करना की अंतःकरण में बार बार विचार न आये अपने मन को विचार शून्य रखने की         कोशिश करना।

3.  ये मैडिटेशन करते समय आप सुखासन में बैठे या पद्यमासन में बैठे। आपको जिस से अच्छा         लगे उस आसन में बैठे।

4.  ध्यान करते समय टाइट कपडोंका प्रयोग न करे। ढीले कपडे पहने ।

5.  अब आप आधे पोजीशन ले। अपने हाथों से साधारण मुद्रा बनाये और ऐसे ऐसेही बनाये रखे। ये        करनेसे अपने मन में ठहराव रहेगी

6.  सास कैसे लेना है। अब उस पर ध्यान देंगे।

7.  जेन ध्यान करते समय नाक से सांस लेनी होती हैं। मुंह से नहीं मुँह पूरी तरह से बंध रखे।

8.  सांस लेते समय सांस पर ध्यान देना चाहिए।

9.  अपने दिमाग को पूरी तरह शांत रखे।

10 .ध्यान करते समय अपने  अलग – अलग विचार आते है लेकिन उसे अनुभूत न करे छोड़ दे।

11 .चाहे वो विचार सकारात्मक हो या नकारात्मक हो उसे छोड़ दे।

12 .अपना मन शांत रखे। ऐसा करनेसे नेगेटिव विचार से मुक्त हो जाएंगे।

Zen-Meditation : के लाभ क्या क्या है। 

ध्यान एक ऐसा माध्यम है जो हमारे तन मन को पूर्ण रूप से कब्ज़ा में कर लेना है यहां तक की हमारे मन की Negetive एनर्जी को कंप्यूटर के वायरस की तरह बाहर निकाल देता हैं ।

 

Meditation Zen : अगर टेंशन से छुटकारा चाहते हो तो आजमाइए ये ध्यान

उसी प्रकार से ये zen meditation कार्य करता है इनको लगातार करने से बहुत सारे फायदे हैं जैसे –

1. ज़ेन मेडिटेसन एक सरल प्रौद्योगिकी हैं जिसे सहज से किया जा सकता हैं ।

2. ये ध्यान करनेसे आपकों mentally बल्कि physically भी सहायक होती हैं ।

3. जो लोग लगातार क्षति से रहते हैं । इससे मोक्ष मिलता हैं ।

4. जो लोग लगातार zen मेडिटेशन कर रहे हैं उनका self confidence बढ़ा है । वो लोग अछेसे          निश्चय लेने की सामर्थ्य रखते है।

5. Zen मेडिटेशन से नशा करने वाले भी नाशसे दूर हो जाते है। नशा से मुक्ति पाओगे।

6. यह मेडिटेशन मानव का तनाव दूर करके तन व मन को शांति दान करता है ।

7. अपनी शरीर और सेहत को अच्छा रखने के लिये मेडिटेशन की बेहद गरज होती हैं ।

8. अध्यात्मक रुप से मन एवं आत्मा को जोड़ने में सपोर्ट करता है ।

    अब हम जानेंगे की  मैडिटेशन के कितने प्रकार  होते है।

 

Zen-Meditation : के प्रकार 

1. जेन मेडिटेशन –

यह मेडिटेशन का एक बौद्ध परंपरा का भाग हैं ।

इसका अभ्यास एक ट्रेंड प्रोफेशनल के पथप्रदर्शन में करना चाहिये ।

इसके  अभ्यास में कुछ उत्तम स्टेप्स और आसन शामिल होते हैं ।

आपको पुनरावृत्त दूर करके रिलेक्शन देता हैं ।

 

2. अध्यात्मिक मेडिटेशन –

हिंदू और ईसाई धर्म में अध्यात्मिक ध्यान आपकों अपने ईश्वर के समेत एक गहरा संबंध बनाने में मदत करता हैं

। इस ध्यान का अभ्यास करने के लिये आपको इतना निर्धारित करना हैं ।

3.  मंत्र मेडिटेशन –

मंत्र एक संस्कृत शब्द हैं । जो दो शब्दों से मिलाकर बना हैं ।

मन जिसका मतलब हैं “मस्तिष्क” /सोचना और त्राई जिसका अर्थ है “रक्षा करना” ।

यह मेडिटेशन निगेटिव विचारों से दूर करके इसे सकारात्मकता की ओर ले जाता हैं ।

 

4. माइंडफुलनेस मेडिटेशन –

Mindfulness mediation का ध्यान का एक रुप हैं

जो अभ्यास करने वाले व्यक्ति को वर्तमान में चौकन्ना

और प्रस्तुत रहने में मदद करता हैं ।

इसका अभ्यास कहीं भी कभी भी किया जा सकता हैं ।

conclusion-

आज के इस आर्टिकल में हमने सीखा की Zen meditation  क्या है ? ज़ेन मेडिटेसन  के क्या क्या लाभ है ?   इसको करने का सही तरीका क्या है साथ ही हमने मेडिटेसन के प्रकारो पर भी प्रकाश डाला।

हम आशा करते है की आपको हमारा आर्टिकल ज़ेन मेडिटेसन कैसे करें ?

पसंद आया होगा और आप अपने मित्रो के साथ जरूर share करेंगे । हमारी वेबसाइट पर विजिट करने के लिए आपका ध्यानवाद ।

 

 

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